Wednesday, 18 March 2020

आकांक्षा

Paint: Adrian

तुम हो
कि या नहीं।
होने का सुबूत
नहीं है मेरे पास।
मेरे पास
एहसास के सिवा
है तो तुम्हारे
होने की ज़िद
कि तुम हो,
मेरे आसपास
मेरी आकांक्षा
यही है।

Friday, 6 March 2020

रेडियो जिंगलः महिला और शिक्षा

चित्रः साभार


बेटियाँ... बेटियाँ... बेटियाँ...
बेटियाँ... बेटियाँ... बेटियाँ...

देश के मंगल कल की, तुम ही मंगलयान हो।
तुम कला संगीत तुम, नेत्री तुम्हीं विज्ञान हो।
पढ़ रही हैं-गढ़ रही हैं, बढ़ रहीं अब भान हो...ऽ ऽ ऽ
तुम देश का अभिमान हो!!!
तुम राष्ट्र गौरव-गान हो.... ऽ ऽ ऽ
तुम राष्ट्र गौरव-गान हो।