भारत के कृषि और डेयरी उत्पादों पर
अमरीका की है काली नज़र...
दबाव की नित् कोशिशें
गोया, भारत
जाए ठहर...
पर, भारत की
हुँकार सुनों जी!
हमने भी है ठानी
ख़ुद्दारों का देश है भारत
पतला नहीं है पानी
पतला नहीं है पानी सुन लो
सेवक श्रेष्ठ ने ठाना है
पशुपालक-मछुवारों के हित
क़ीमत हमें चुकाना है
सात समंदर बैठ के कोई
पच्चास फीसदी टैक्स लगाए
बुद्धभूमि की भारत धरती
शांत चित्त से सहती जाए
नहीं करेंगे पर समझौता
किसी की गीदड़भभकी से
कृषक निरंतर मेहनतकश हैं
पूछ लो तपती धरती से
देश कर रहा काम निरंतर
उनकी आय बढ़ाने पर
खेती की लागत कम करने
औ नए स्रोत बनाने पर
एमएसपी तय करके हमने
लघु किसान को बड़ा किया
सीधे खातों में, पैसे ने
कोटि कृषक को खड़ा किया
सिर पर बाँध मुरैछा धानी
मस्तक स्वेद बहाता है
कृषक निरंतर भारत के हित
सब उत्तर दे आता है।
- अमित राजपूत