ब्राह्मण
Tuesday, 7 June 2016
बूंद-बूंद इश्क...
मेरे चुंबन के निशां
बताएंगे
मेरे इश्क की तासीर
तुझे
बूंद-बूंद मोहब्बत
की उल्फत
अब आदत है
तेरी
बूंद-बूंद इश्क
की
चाहत है
बूंद-बूंद इश्क
मेरी ज़रूरत है
बूंद-बूंद इश्क...
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