Tuesday, 11 November 2014

बफ़र सिस्टम





 चम्मच प्लेट तुम खुद ही उठाओ
मन हो तो सलाद रखे आओ,
घूम-घूम कर मांग लाओ
पूड़ी सब्जी कम ही खाओ।

हलुवा मीठा दाबे जाओ
इडली-डोसा पाव उठाओ,
जल्दी पानी पी कर आओ
आइसक्रीम में लाईन लगाओ।

गोलगप्पे मे भीड़ हुई कम
भेलपुरी में ऑलरेडी हम,
कॉफ़ी भी अभी खाली है
चाऊमीन खुलने वाली है।

रसगुल्ले मे लगने का अब करो इरादा पक्का
टाँग के नीचे घुसा जा रहा देखो छोटा बच्चा,
नही आज पकवान कोई बफ़र मे कच्चा
जाओ जाकर खा लो बुढ़िया के बालों वाला लच्छा।

होड़-भीड़ देख प्रिय जन तुम कतई न घबराओ
बफ़र के प्रबन्धन में एक युक्ति बनाओ,
शादी-कार्ड के साथ एक टोकन भी लगाओ
खाने से पहले अपना नम्बर बताओ।

वाह! बफ़र वाह! बड़ी अजब है तेरी माया
अच्छा तूने नया एक सिस्टम सिखाया,
लोगों को हक़ लेने का जुगाड़ सोचाया
तूने ही लोगों को स्वावलम्बी बनाया।

शराबी ने जो कल शर्ट पर छोला गिराया
उसे मैने घर पर सर्फ़-एक्सल से छुड़ाया,
तभी तूने राष्ट्र का औद्योगीकरण बढ़ाया
इक्कीसवीं सदी में एक इतिहास रचाया।

हर व्यक्ति को बफ़र तूने भविष्य बताया
खाद्यान समस्या से जनता को रूबरू कराया,
आपने ही कल का हमे जो आईना दिखाया
वाह! बफ़र वाह! बड़ी मनमोहक है तेरी काया।



No comments:

Post a Comment